Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

और देखें
विज़ुअल स्टोरी

Rajasthan AQI Report: गंगानगर और जोधपुर में सबसे खराब हवा, जानलेवा हो सकता है वायु प्रदूषण

Jaipur AQI Report: राजस्थान के कई शहरों की हवा खराब श्रेणी में है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती है. गंगानगर और जोधपुर जैसे शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. 

Rajasthan AQI Report: गंगानगर और जोधपुर में सबसे खराब हवा, जानलेवा हो सकता है वायु प्रदूषण

राजस्थान में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. राज्य के कई शहरों की हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है. हालांकि, कुछ शहरों में हालात में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन कई इलाकों में हवा अभी भी खराब श्रेणी में है. आज की AQI (Air Quality Index) रिपोर्ट इस मुद्दे की गंभीरता को उजागर करती है.

राजस्थान के प्रमुख शहरों का AQI स्तर
राज्य में कई शहरों की AQI 150 से अधिक है, जो हवा की खराब स्थिति को दर्शाती है. मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर, जोधपुर, गंगानगर, बीकानेर, और उदयपुर जैसे शहरों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है.

गंगानगर और जोधपुर: सबसे खराब स्थिति में हैं, जहां AQI 163 दर्ज किया गया है.
बीकानेर: यहां AQI 162 है.
पाली और फलोदी: इन शहरों में क्रमशः 157 और 155 AQI दर्ज किया गया है.
जयपुर: राजधानी में कल की तुलना में आज की हवा अधिक प्रदूषित रही. कल AQI 157 था, जो आज बढ़कर 174 हो गया.
भरतपुर: राजस्थान में सबसे कम AQI भरतपुर में 103 दर्ज किया गया, जो तुलनात्मक रूप से बेहतर स्थिति में है.
AQI का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव
AQI (Air Quality Index) के बढ़ते स्तर से लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.

100 से कम AQI: अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है.
150-200 AQI: संवेदनशील लोगों, जैसे बुजुर्ग, बच्चे, और बीमार व्यक्तियों के लिए हानिकारक हो सकता है.
250-300 AQI: बेहद खराब और खतरनाक वायु गुणवत्ता, जो सामान्य लोगों के लिए भी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है.
प्रदूषण के कारण और समाधान
राजस्थान में बढ़ते प्रदूषण के पीछे कई कारण हैं:

वाहनों का धुआं: शहरी क्षेत्रों में वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण में इजाफा हो रहा है.
औद्योगिक उत्सर्जन: जोधपुर, बीकानेर, और पाली जैसे औद्योगिक इलाकों में फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं प्रमुख समस्या है.
पराली जलाना: फसल कटाई के बाद पराली जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है.
मौसम की स्थिति: ठंड के मौसम में हवा ठहर जाती है, जिससे प्रदूषक कण हवा में लंबे समय तक रहते हैं.
लोगों को सावधान रहने की जरूरत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च AQI के स्तर पर लोगों को खास सतर्कता बरतनी चाहिए.

बाहर जाने से बचें: खासकर सुबह और रात के समय, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है.
मास्क का उपयोग करें: प्रदूषित हवा से बचने के लिए एन95 मास्क पहनें.
इनडोर एयर प्यूरीफायर: घर के अंदर वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
संवेदनशील लोगों का ध्यान रखें: अस्थमा, हृदय रोग, और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत है.

राज्य सरकार की पहल और समाधान की जरूरत
राजस्थान सरकार को वायु प्रदूषण पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. वाहनों के उत्सर्जन को नियंत्रित करने, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने, और औद्योगिक उत्सर्जन पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है.