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राजस्थान में रोजगार बढ़ाने पर सरकार का फोकस! बजट के जरिए क्या पहुंच सकेंगे युवाओं के दिल तक ?

राजस्थान का बजट 19 फरवरी को पेश होने वाला है। बजट कई मायनों में खास होगा क्योंकि उम्मीद जताई जा रही है कि इस बजट के जरिए ही सरकार तमाम वर्गों को साधने की कोशिश करने वाली है। तमाम ऐसे मुद्दों पर फोकस करने वाली है जो प्रदेश की जनता से जुड़े हों और एक ऐसा ही मुद्दा है प्रदेश में रोजगार का।

राजस्थान में रोजगार बढ़ाने पर सरकार का फोकस! बजट के जरिए क्या पहुंच सकेंगे युवाओं के दिल तक ?

राजस्थान का बजट पेश होने वाला है। इस बार के बजट से जनता को काफी उम्मीदें भी हैं । प्रदेश में खेती-किसानी, खेल, जल संरक्षण और रोजगार के मुद्दे काफी प्रमुख हैं। संभावना है कि आने वाले बजट में सरकार इन मुद्दों पर फोकस करेगी। राजस्थान में रोजगार सृजन के लिए सरकार कई योजनाएं और पहलें चला सकती है, जो राज्य की बेरोजगारी दर को कम करने और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर सकती हैं। कुछ प्रमुख योजनाएं ये हो सकती हैं-

स्व-रोजगार योजना:

राज्य सरकार को स्वरोजगार के लिए योजनाएं जैसे "प्रधानमंत्री रोजगार योजना" और "राजस्थान मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना" को बढ़ावा देने की जरूरत है। जिससे युवाओं को छोटे व्यवसाय, स्टार्टअप्स और कौशल विकास के अवसर मिल सकें। यह योजना छोटे व्यापारियों, कारीगरों और कृषि क्षेत्र में काम करने वालों के लिए मददगार हो सकती है।

कृषि और कृषि आधारित उद्योग:

राजस्थान एक कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए कृषि उत्पादन और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं बनाई जा सकती हैं। जैसे जैविक खेती, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी उद्योग और मछली पालन में रोजगार सृजन को बढ़ावा देना।

कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम:

राज्य में कौशल विकास केंद्रों की स्थापना और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है। सरकार को युवाओं को तमाम उद्योगों में काम करने के लिए आवश्यक कौशल देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए, ताकि उन्हें बेहतर रोजगार मिल सके।

इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं:

बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स जैसे सड़क निर्माण, पुल निर्माण, रेलवे विस्तार भी रोजगार सृजन के बड़े स्रोत हो सकते हैं। ये परियोजनाएं लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सकती हैं, विशेष रूप से श्रमिकों और निर्माण क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए।

पर्यटन उद्योग में वृद्धि:

राजस्थान में पर्यटन एक बड़ा उद्योग है। राज्य सरकार को पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योजनाएं बनानी चाहिए जैसे इको-टूरिज्म, साहसिक पर्यटन और सांस्कृतिक पर्यटन। यह न केवल पर्यटन क्षेत्र में रोजगार पैदा कर सकता है बल्कि संबंधित उद्योगों जैसे होटल, परिवहन, गाइड आदि में भी रोजगार सृजन कर सकता है।

स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप प्रमोशन:

राजस्थान में युवाओं को स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहित करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। राज्य सरकार को नए उद्यमियों के लिए फंडिंग, ट्रेनिंग, और मेंटरशिप कार्यक्रम की शुरुआत करनी चाहिए।

नौकरी मेला और करियर काउंसलिंग:

नौकरी मेलों का आयोजन और करियर काउंसलिंग सेशन्स की शुरुआत करना एक अच्छा कदम हो सकता है, ताकि उम्मीदवारों को विभिन्न कंपनियों से रोजगार के अवसर मिल सकें।

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इन योजनाओं से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।  जिससे बेरोजगारी की समस्या को कम किया जा सकता है और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिल सकती है। अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इनमें से किन मुद्दों पर अपना फोकस ज्यादा रखती है।