8 महीने से चल रहा था नकली घी का धंधा, होली से पहले पुलिस ने किया पर्दाफाश, 2 गिरफ्तार, जांच जारी
Fake Ghee Scam Udaipur: उदयपुर पुलिस ने 1500 किलो नकली घी जब्त कर बड़ा खाद्य घोटाला बेनकाब किया। नोवा, सरस, अमूल जैसे ब्रांड्स के नाम पर मिलावटी घी बेचा जा रहा था. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर दो लोगों को गिरफ्तार किया. नकली घी में हानिकारक केमिकल मिले होने की संभावना है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. पुलिस अब इस गोरखधंधे की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

Ghee ka Scam: उदयपुर में नकली घी के कारोबार का पर्दाफाश हुआ है, जहां पुलिस ने 1500 किलो मिलावटी घी जब्त किया है. यह घी अमूल, नोवा, सरस और कृष्णा जैसे नामी ब्रांड्स के नाम पर बेचा जा रहा था. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच जारी है.
लंबे समय से चल रहा था ये खेल
पुलिस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि शहर में मिलावटी घी का अवैध कारोबार हो रहा है. आखिरकार, डीएसटी (डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम) और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने रीको इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री पर छापा मारा. इस फैक्ट्री को तितरड़ी निवासी लोकेश जैन चला रहा था, जो 8 महीनों से यह मिलावटी धंधा कर रहा था.
कैसे बनता था नकली घी?
जांच में खुलासा हुआ कि इस फैक्ट्री में सस्ते तेल, वनस्पति घी और केमिकल्स मिलाकर नकली घी बनाया जाता था. इसे असली घी जैसा दिखाने के लिए उसमें खास रंग और खुशबू मिलाई जाती थी. फिर इसे ब्रांडेड घी के नकली पैकेजिंग में पैक कर बाजार में बेचा जाता था.
सेहत के लिए बड़ा खतरा
नकली घी के सेवन से लिवर डैमेज, पेट की बीमारियां और फूड पॉइजनिंग जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. पुलिस ने जब्त घी के सैंपल लैब टेस्ट के लिए भेजे हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि इसमें कितने खतरनाक रसायन मिलाए गए थे.
पुलिस की अगली कार्रवाई
अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह घी किन दुकानों और शहरों में सप्लाई किया जाता था. संभावना है कि इस नेटवर्क में कई बड़े व्यापारी शामिल हो सकते हैं. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी भी दुकान पर नकली खाद्य पदार्थ बेचे जाने का शक हो, तो तुरंत इसकी सूचना दें. यह कार्रवाई मिलावटखोरी पर लगाम लगाने और लोगों की सेहत की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक अहम कदम है.