बजट से पहले सीएम भजनलाल ने दिए स्वास्थ्य विभाग को लेकर दिए बड़े संकेत, बजट में मिलने वाली है ये सौगात
राजस्थान का बजट जल्द पेश होने वाला है। बजट के ठीक पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर के बड़े संकेत दिए हैं। उनके बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि बजट में जनता को स्वास्थ्य संबंधी बड़ी सौगात मिलने वाली है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार ‘आपणो स्वस्थ राजस्थान’ की अवधारणा पर काम करते हुए समृद्ध राजस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।शर्मा ने कहा कि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर संवेदनशीलता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर निरोगी राजस्थान की संकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।‘डॉक्टरों के सुझाव जनता के लिए लाभकारी’मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि डॉक्टर अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं और आगामी बजट में उनके दिए गए सुझाव आम जनता के लिए लाभकारी साबित होंगे। शर्मा यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद को संबोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य सेवाओं का हो सकता है विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा के महत्व को समझते हुए सरकार ने पिछले बजट में चिकित्सा सेवा के लिए कुल बजट का रिकॉर्ड 8.26 प्रतिशत आवंटित किया था। शर्मा ने कहा कि संस्थागत प्रसव, मातृ-शिशु मृत्यु दर, टीकाकरण और चिकित्सा संस्थानों की उपलब्धता सहित कई मापदंडों पर राजस्थान का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पिछले एक साल में कई कदम उठाए गए हैं।
‘जनता को मिल रहा स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ’
शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए 73 दिन की देखभाल पैकेज, शिशुओं के इलाज के लिए 419 पीडियाट्रिक पैकेज, आठ लाख वरिष्ठ नागरिकों को कैशलेस इलाज जैसी सुविधाएं लोगों को दी जा रही हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं को अधिकृत निजी सोनोग्राफी केंद्रों से सोनोग्राफी कराने की निशुल्क सेवा दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से सुरक्षित रखने के लिए राज्य में करीब छह करोड़ लोगों की आभा आईडी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस पहल में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है। शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने आवश्यकता के अनुसार तमाम स्वास्थ्य संस्थानों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 11,571 संस्थानों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में क्रियाशील बनाया गया है।
‘रिक्त पदों पर जल्द होगी भर्ती’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने डॉक्टरों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ के करीब 21,000 पदों पर नियुक्ति दी है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग में करीब 50 हजार पदों पर भर्ती का लक्ष्य है, जिसे हम जल्द ही पूरा कर लेंगे।