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बीकानेर की बेटी बनी मिसेज यूनिवर्स, प्रदेश में खुशी का माहौल, फैमिली को श्रेय देकर बोलीं कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं

राजस्थान की बेटी के इस शानदार कारनामें के बाद प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई। इस जीत को लेकर बीकानेरवासियों ने खुशी जाहिर की। अलग-अलग संगठनों और संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है। ये जीत न केवल एंजिला के लिए बल्कि बीकानेर और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। एंजिला ने ये संदेश दिया है कि अगर आत्मविश्वास, समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता है।

बीकानेर की बेटी बनी मिसेज यूनिवर्स, प्रदेश में खुशी का माहौल, फैमिली को श्रेय देकर बोलीं कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं

राजस्थान की बेटी ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन कर दिया है। मिसेज यूनिवर्स का खिताब जीतकर राजस्थान की एंजिला ने इतिहास रच दिया है। साथ ही वो शादीशुदा महिलाओं के लिए प्रेरणा भी बन गईं हैं। एंजिला ने जीत के बाद कहा कि अगर आत्मविश्वास, समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता है। एंजिला का मिसेज यूनिवर्स चुना जाना देश के लिए गर्व का पल है। 

बीकानेर की बेटी बनी मिसेज यूनिवर्स

राजस्थान के बीकानेर की बेटी एंजिला स्वामी ने मिसेज यूनिवर्स का खिताब जीता है। जिसके बाद वो न केवल अपने शहर, बल्कि पूरे देश में फेमस हो गई हैं। मिसेज यूनिवर्स की प्रतियोगिता 24 से 28 फरवरी 2025 के बीच थाईलैंड की राजधानी पटाया में आयोजित हुई थी। जहां दुनिया भर की श्रेष्ठ महिलाओं ने भाग लिया था। एंजिला ने अपनी प्रतिभा, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व के दम पर प्रथम स्थान हासिल कर यह गौरवशाली खिताब अपने नाम किया है। वैसे ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने ये खिताब हासिल किया है। इससे पहले भी वो विश्व स्तर पर इस तरह के खिताब जीत चुके हैं। 

एंजिला ने नेशनल लेवल पर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। उन्होंने मिसेज इंडिया ऑरा ग्लोबल का खिताब जीतकर खुद को एक सशक्त महिला के रूप में स्थापित किया था। अब मिसेज यूनिवर्स बनने के बाद उन्होंने वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता को साबित किया है। इस जीत से बीकानेर ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में गर्व और उत्साह की लहर दौड़ गई है। 

परिवार को देती हैं जीत का श्रेय

बीकानेर की रहने वाली एंजिला अपने परिवार को जीत का श्रेय देती हैं। वो कहती हैं कि एंजिला के जीवनसाथी हेमंत स्वामी ने हर कदम पर उनका समर्थन किया। साथ ही उनके पिता सत्यनारायण स्वामी और ससुर सूर्यनारायण स्वामी ने भी उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। परिवार के सहयोग और अपनी कड़ी मेहनत के बलबूते पर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। उनका कहना है कि आज के दौर में सौंदर्य प्रतियोगिताएं केवल सुंदरता तक सीमित नहीं रह गई हैंष बल्कि इनमें बुद्धिमत्ता, आत्मविश्वास, संवाद कौशल और संपूर्ण व्यक्तित्व को भी परखा जाता है। एंजिला स्वामी ने अपनी प्रतिभा और कुशाग्रता से यह साबित कर दिया कि बीकानेर जैसे सांस्कृतिक शहर की महिलाएं भी वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ सकती हैं। बीकानेर की इस गौरवशाली बेटी की सफलता से न केवल महिलाओं को प्रेरणा मिली है, बल्कि उन सभी को सीखने का अवसर मिला है जो अपने सपनों को साकार करने की दिशा में प्रयासरत हैं।

बीकानेर में मनाया गया जश्न

राजस्थान की बेटी के इस शानदार कारनामें के बाद प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई। इस जीत को लेकर बीकानेरवासियों ने खुशी जाहिर की। अलग-अलग संगठनों और संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है। ये जीत न केवल एंजिला के लिए बल्कि बीकानेर और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। एंजिला ने ये संदेश दिया है कि अगर आत्मविश्वास, समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता है।