जुदा हो गईं कांग्रेस और बीएपी की राहें, डोटासरा ने बताया कि कांग्रेस को क्या 'खटका' !
बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन देकर चुनाव तो जिता दिया लेकिन अब दूरियां दिखने लगी हैं।

लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस ने बीएपी के साथ गठबंधन किया और बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन विधानसभा उपचुनाव के नतीजों से कांग्रेस ने सबक लेते हुए बीएपी से अपनी दूरियां बढ़ाना शुरू कर दिया है। दरअसल कांग्रेस ने आने वाले नगर निकाय और पंचायती राज में बीएपी से गठबंधन न करने का निर्णय लिया है।
भील प्रदेश की मांग गलत –डोटासरा
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीएपी की अलग भील प्रदेश बनाने की मांग को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यह मांग गलत है।
रोत की फोटो से भड़की कांग्रेस ?
सांसद राजकुमार रोत के पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी के साथ मुलाकात और फोटो खिंचाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि हमने नरेंद्र मोदी को हराने के लिए बीएपी को समर्थन दिया, लेकिन वो उससे दूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोत बीजेपी के नेताओं से मेल मिलाप में जुट हुए हैं। जिस वजह से कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी से दूरी बना ली है।
रोत का कांग्रेस पर कटाक्ष
वहीं अब सांसद राजकुमार रोत ने भी कांग्रेस पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि किसको जन समर्थन मिला, वह विधानसभा उप चुनाव में नजर आ गया, इसलिए नगर निकाय चुनाव हो या पंचायती राज चुनाव बीएपी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
विधानसभा उपचुनाव में भी राहें थीं अलग
लोकसभा चुनाव में बीएपी INDIA गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही थी। लेकिन विधानसभा उपचुनाव में बीएपी ने कांग्रेस से अलग अकेले चुनाव लड़ा था। सात सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी 5 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। इनमें झुंझुनू, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर और रामगढ़ बीजेपी को बंपर जीत मिली थी। जबकि कांग्रेस केवल एक सीट यानी दौसा में जीतने में कामयाब रही थी। वहीं बीएपी ने चौरासी सीट जीती थी।