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डीटीओ संजय शर्मा के ठिकानों पर एसीबी का छापेमारी में मिली करोड़ों की संपत्ति, विदेशी अकाउंट में लेन-देन का खुलासा

जयपुर के विद्याधर नगर के जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) संजय शर्मा के ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी करके 6.18 करोड़ की संपत्ति का खुलासा किया है, जिसमें 4 करोड़ की संपत्ति अवैध है। उनके बैंक लॉकर से 23 लाख के हीरे और गहने बरामद हुए हैं।

डीटीओ संजय शर्मा के ठिकानों पर एसीबी का छापेमारी में मिली करोड़ों की संपत्ति, विदेशी अकाउंट में लेन-देन का खुलासा

राजस्थान के जयपुर के विद्याधर नगर जिला परिवहन अधिकारी संजय शर्मा के ठिकानों पर एसीबी ने बीते दो दिनों से छापेमारी कर रहा था, जिसमें उनकी आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। एसीबी अधिकारियों ने बताया कि उनके दो बैंक लॉकर से 23 लाख के हीरे, सोने और चांदी के आभूषण मिले हैं और उसने अपने बच्चों पर करोड़ो रुपए खर्च किए हुए हैं।

संजय शर्मा की संपत्ति का हुआ खुलासा

इस मामले पर एसीबी के डीजी डा. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि संजय शर्मा का  बेटा अमेरिका में और एक बेटी लंदन में व दूसरी बेटी ने कजाकिस्तान से एमबीबीएस पास किया है। उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई पर करीब तीन करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

इसके अलावा संजय शर्मा की संपत्तियों का भी विवरण किया गया और अलीगढ़ में 500 वर्गगज का प्लॉट और विदेश यात्राओं के दस्तावेज भी मिले हुए हैं। इसके अलावा विदेशी अकाउंट में पैसों की लेन देन करने की जानकारी मिली है और शर्मा की कुल संपत्ति 6.18 करोड़ है, जिसमें से 4 करोड़ की संपत्ति अवैध मानी जा रही है।

एसीबी के अधिकारियों को मिले संपत्ति के दस्तावेज

बता दें कि इस छापेमारी में एसीबी को संजय शर्मा की संपत्ति के कई दस्तावेजों मिले हैं और इसकी राजस्व अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी और फिर संपत्ति की कीमत का आकलन भी किया जाएगा। एसीबी ने संजय के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति होने का मामला दर्ज किया है और उनके करीब 10 ठिकानों पर छापा मारा गया था। इस पर डीजी मेहरड़ा को आशंका है कि संजय ने वैशाली नगर में स्थित एक ज्वैलर के पास सोने में मोटी रकम का निवेश किया है।

कई घंटे चली जांच

एसीबी टीम ने वैशाली नगर में स्थित ज्वैलरी शोरूम में भी छापा मारा था, और कई घंटों तक टीम ने जांच की थी। बता दें कि एसीबी ने संजय शर्मा के भरतपुर की कप्तान कॉलोनी में स्थित आवास पर और उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद स्थित चिडिया भवन पैतृक गांव में भी छापा मारा था। उनके गांव में 25 बीघा जमीन भी मिली, जिसको बंटाई पर दिया गया है, और बंटाई पर खेती देने वाले के साथ संयुक्त बैंक खाता होने की भी जानकारी मिली है।