Womens Day 2025: राजस्थान की लाडली का कमाल, मेवाड़ी भाषा से करोड़ों दिलों पर कर रहीं राज
Womens Day 2025: नाथद्वारा की सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर जिगिशा जोशी उर्फ मेवाड़ी बाई ने अपनी मेवाड़ी भाषा के वीडियोज से डिजिटल दुनिया में पहचान बनाई. 4 लाख से अधिक फॉलोअर्स और 13 करोड़ व्यूज के साथ, वह राजस्थान की संस्कृति को प्रमोट कर रही हैं.

Rajasthan Influencer Mewari Bai: राजस्थान की धरती हमेशा से वीरता, संस्कृति और परंपरा की मिसाल रही है, और आज भी इसकी मिट्टी में जन्मी बेटियां अपनी प्रतिभा से नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा आयोजित "नारी तू नारायणी" कार्यक्रम में से एक चमकता सितारा नाथद्वारा की जिगिशा जोशी हैं.
सोशल मीडिया पर छाई राजस्थान की शान
सोशल मीडिया की दुनिया में "मेवाड़ी बाई" के नाम से प्रसिद्ध जिगिशा जोशी सिर्फ एक इंफ्लुएंसर नहीं, बल्कि राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और लोकभाषा की सजीव पहचान बन चुकी हैं. उन्होंने मेवाड़ी बोली में एक से बढ़कर एक शानदार वीडियो बनाए, जो न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में धूम मचा रहे हैं. उनके वीडियोज़ पर लाखों व्यूज़ आते हैं, और उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर 4 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं.
स्थानीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहुंचाने का संकल्प
राजस्थान की मिट्टी से गहरा लगाव रखने वाली जिगिशा जोशी ने अपने अनूठे अंदाज से मेवाड़ी भाषा को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नया जीवन दिया. उनकी मेहनत और लगन का ही परिणाम है कि आज उनके वीडियोज़ को 13 करोड़ से अधिक बार देखा जा चुका है.
सम्मान और उपलब्धियों की लंबी सूची
अपनी इस शानदार यात्रा में जिगिशा जोशी को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. 2021 में उन्हें "मेवाड़ की लाड़ली" की उपाधि दी गई, जबकि 2022 में "वीमेन अचीवर इन सोशल मीडिया," "वंडरवुमन 2022" और "वुमन ऑफ सब्सटांस" जैसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स उनके नाम हुए.
राजस्थान की आन-बान-शान
महिला सशक्तिकरण की सशक्त मिसाल जिगिशा जोशी, न केवल खुद को बल्कि पूरे राजस्थान की संस्कृति को सोशल मीडिया पर एक नई ऊंचाई तक पहुंचा रही हैं. उनका सफर यह साबित करता है कि अगर हौसला बुलंद हो और जड़ों से प्रेम हो, तो कोई भी अपनी पहचान को एक नए आयाम तक ले जा सकता है.