Sky Force एक्टर Veer Pahariya का पॉलिटिक्स, बिजनेस से रहा नाता, फिर चुना बॉलीवुड का रास्ता, कर चुके हैं बॉडी डबल का काम!
वीर ने फिल्म इडस्ट्री में करियर की शुरुआत बतौर एक्टर न करके बतौर डायरेक्टर की। साल 2022 में आई फिल्म भेड़िया में वीर ने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है। इस फिल्म के निर्देशक अमर कौशिक थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि वीर ने एक्टर वरुण धवन के बॉडी डबल का भी काम किया है।

अक्षय कुमार की स्कोईफोर्स अच्छा बिजनेस कर रही है। अक्षय कुमार की काफी तारीफें भी हो रही हैं। अक्षय के साथ ही उनके साथी लीड एक्टर वीर पहाड़िया भी अपने रोल और एक्टिंग को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। वीर का परिवार पॉलिटिक्स और बिजनेस वर्ल्ड में एक्टिव है, लेकिन उन्होंने फिल्म लाइन में करियर बनाने की ठानी, फिल्म को मिल रही सफलता को लेकर वो कहते हैं कि उनका परिवार इससे काफी खुश है।
कौन हैं वीर पहाड़िया
वीर पहाड़िया को उनकी डेब्यू फिल्म में दमदार एक्टिंग और एक्शन स्टंट के लिए खूब तारीफें मिल रही हैं। वो बिजनेस टाइकून संजय पहाड़िया और स्मृति संजय शिंदे के बेटे हैं। उनके दादा सुशील कुमार शिंदे, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वीर ने धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने लंदन की रीजेंट यूनिवर्सिटी से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की। एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले वीर पहाड़िया एक असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं।
पहले किया डायरेक्शन, अब बने एक्टर
जैसा कि हमने आपको बताया वीर फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं हैं। लेकिन उन्होंने फिल्म इडस्ट्री में करियर की शुरुआत बतौर एक्टर न करके बतौर डायरेक्टर की। साल 2022 में आई फिल्म भेड़िया में वीर ने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है। इस फिल्म के निर्देशक अमर कौशिक थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि वीर ने एक्टर वरुण धवन के बॉडी डबल का भी काम किया है।
नाम वीर, जोखिम उठाने के शौकीन
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, वीर ने बताया था कि वो इस देश की संस्कृति से अपने दोस्तों की वजह से जुड़े हुए हैं। वो बचपन से जानते थे कि अपने परिवार में रहते हुए वो एक्टर नहीं बन सकते थे। अच्छा एक्टर बनने के लिए एक इंसान को अपनी जिंदगी को खुलकर जीना होता है और इसी वजह से उन्होंने बचपन से ही जोखिम उठाकर चीजों को अलग तरह से करने की कोशिश की है।
वो आगे कहते हैं कि मैं हमेशा से अपनी खुद की पहचान बनाना चाहता था। मैं जब कहीं जाता हूं तो मैं ये नहीं चाहता हूं कि लोग मुझे मेरे परिवार की वजह से जानें। मैं चाहता था कि लोग मुझे मेरी पहचान और मेरी काबिलियत से जानें’। वो आगे बताते हैं कि जब वो 5-6 साल के थे, तो उनकी जिंदगी काफी प्रोटेक्टेड थी जिस वजह से वो काफी चीजें नहीं कर पाते थे।