Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

और देखें
विज़ुअल स्टोरी

प्रयागराज में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर हमला, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर लगाए गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्होंने इस हमले के लिए किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को जिम्मेदार ठहराया है।

प्रयागराज में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर हमला, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर लगाए गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिमांगी सखी पर यह हमला बीते रविवार की रात को हुआ था।

हिमांगी सखी ने लगाया आरोप

हिमांगी सखी ने कहा कि महाकुंभ में सेक्टर-8 में स्थित कैंप में लक्ष्मी नारायण अपने 50-60 लोगों के साथ आई थीं। उन लोगों के पास त्रिशूल, फरसा जैसे हथियार थे। लेकिन महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण ने आरोपों को खारिज कर दिया है। इससे पहले हिमांगी सखी ने अभिनेत्री ममता कुलकर्णी के किन्नर अखाड़ा में महामंडलेश्वर बनने पर विरोध जताथा था जिसके बाद से दोनों में मनमुटाव की खबरें आ रही थीं।

बता दें कि बीते 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि, किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य किन्नर महामंडलेश्वरों की उपस्थिति में ममता कुलकर्णी सहित 6 नए महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक हुआ था। इसके साथ ही ममता कुलकर्णी को नया नाम यमाई ममता नंद गिरि नाम मिला था।

हिमांगी सखी ने किया था सवाल

ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर सवाल करते हुए किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी ने कहा था, "किन्नर अखाड़े ने प्रचार के लिए ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाया है, समाज उनको बहुत अच्छी तरह से जानता है। इसके अलावा किन्नर अखाड़ा तो किन्नरों के लिए है फिर एक स्त्री को महामंडलेश्वर क्यों बनाया गया। यदि हर वर्ग के व्यक्ति को महामंडलेश्वर बनाया जा सकता है तो फिर उस अखाड़े का नाम किन्नर क्यों है?''

अजय दास ने भी जताई थी आपत्ति

हिमांगी सखी के अलावा अखाड़े के कथित संस्थापक ऋषि अजय दास ने भी ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर पर आपत्ति जताते हुए लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पद से हटाने की घोषणा की थी। उन्होंने इस मामले पर कहा था, “लक्ष्मी त्रिपाठी ने सनातन धर्म और देशहित को दरकिनार करके देशद्रोह में लिप्त ममता कुलकर्णी को अखाड़े की परंपरा का अनुपालन किए बगैर सीधे महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक कर दिया गया है।”