घर में कलह? मोरपंख और मंत्र से लौट सकती है शांति
परिवार में बढ़ते झगड़े और तनाव का समाधान ज्योतिषीय उपायों से संभव है। जानें कैसे मोरपंख, मंत्र जाप और रोटी के टुकड़े रिश्तों में ला सकते हैं शांति।

एक समय था जब घरों में कई पीढ़ियां एक साथ रहती थीं। दादी की कहानियां, चाची के पकवान, भैया-भाभी की नोंकझोंक और बच्चों की खिलखिलाहट से घर गुलज़ार रहते थे। मगर समय बदला और साथ में रिश्तों की गर्माहट भी फीकी पड़ने लगी।
आज ज़रा सी बात पर भाई-भाई के बीच दरार आ जाती है, ननद-भाभी एक-दूसरे की शक्ल देखना नहीं चाहतीं, और पति-पत्नी की बातचीत झगड़े में तब्दील हो जाती है। ऐसे माहौल में सबसे ज़्यादा असर बच्चों और बुज़ुर्गों पर पड़ता है—जो चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते।
ग्रहों की चाल या वास्तु दोष?
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कई बार शनि, राहु और मंगल जैसे ग्रहों की अशुभ स्थिति या घर में वास्तु दोष होने पर घर का वातावरण क्लेशपूर्ण हो सकता है। इसका असर न केवल आपसी रिश्तों पर पड़ता है बल्कि धन और स्वास्थ्य पर भी दिखने लगता है।
इससे बचने के लिए घर में मोरपंख से बनी झाड़ू या पूजा स्थल में मोरपंख रखने की सलाह दी जाती है। ये साधारण दिखने वाला उपाय, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक हो सकता है।
बीमारी हो या मनमुटाव
यदि घर में लगातार कोई न कोई बीमार रहता है तो रोज सुबह स्नान के बाद, मन में प्रभु का नाम लेते हुए मोरपंख को पूरे घर में घुमाएं। फिर रोगी व्यक्ति के चारों ओर घड़ी की दिशा में घुमाने से लाभ मिल सकता है।
रिश्तों में प्रेमभावना बनाए रखने के लिए, पहली रोटी के चार बराबर हिस्से करें। एक काले कुत्ते को दें, दूसरा गाय को, तीसरा कौए को और चौथा चौराहे पर रख दें। यह परंपरा केवल आस्था नहीं, बल्कि प्रकृति से सामंजस्य का प्रतीक भी है।
बुरी नजर से बचाव और घर में सकारात्मकता के लिए करें ये मंत्र जाप
यदि आपको लगता है कि आपके घर पर किसी नकारात्मक शक्ति का असर है, तो ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ मंत्र का संकीर्तन करें या करवाएं। यह मंत्र न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा देता है बल्कि बुरी शक्तियों को भी दूर करता है।