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ऑपरेशन थिएटर में हुई चूक...मरीज की जगह कर दी अटेंडेंट की सर्जरी, कोटा मेडिकल कॉलेज में लापरवाही से मचा हड़कंप

कोटा मेडिकल कॉलेज में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया, जब मरीज की जगह उसके अटेंडेंट की सर्जरी शुरू कर दी गई। जानें कैसे हुई चूक और क्या बोले डॉक्टर।

ऑपरेशन थिएटर में हुई चूक...मरीज की जगह कर दी अटेंडेंट की सर्जरी, कोटा मेडिकल कॉलेज में लापरवाही से मचा हड़कंप

कोटा के सरकारी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां एक मरीज की जगह किसी और व्यक्ति को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर सर्जरी शुरू कर दी गई। यह शख्स असल में दूसरे मरीज का पिता था। मामला तब सामने आया जब बुधवार को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस लापरवाही की शिकायत अस्पताल अधीक्षक से की।

घटना 12 अप्रैल की है, जब कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग में जगदीश नामक मरीज की डायलिसिस फिस्टुला के लिए सर्जरी होनी थी। ओटी स्टाफ ने जब “जगदीश” नाम से आवाज दी, तो एक दूसरे मरीज के पिता – जो पैरालाइज्ड थे और बोल नहीं सकते – ने हाथ उठा दिया। बिना किसी पहचान की पुष्टि किए उन्हें अंदर ले जाकर बेहोश कर दिया गया और सर्जरी की शुरुआत कर दी गई। जैसे ही डॉक्टरों को गलती का एहसास हुआ, सर्जरी बीच में रोक दी गई और चीरा लगे हाथ में टांके लगाकर व्यक्ति को वार्ड में वापस भेज दिया गया।

घटना को दबाने की कोशिश?
चौंकाने वाली बात यह है कि अस्पताल प्रशासन को इस घटना की जानकारी चार दिन बाद 16 अप्रैल को हुई। यह भी तब, जब सामाजिक कार्यकर्ता कुंज बिहारी सिंघल ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की और कहा कि जांच के बाद ही दोष तय किया जाएगा।

डॉक्टर ने दी सफाई
वैस्कुलर सर्जन डॉ. राजेन्द्र महावर ने पूरे मामले को अफवाह करार देते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को ओटी में ले जाया गया था, उसे बाहर गिरने से चोट लगी थी, और टांके उसी चोट के कारण लगाए गए। उन्होंने किसी भी तरह की गलत सर्जरी से इनकार किया।

फिलहाल जांच जारी है, लेकिन यह मामला चिकित्सा जगत की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है। यह लापरवाही नहीं, बल्कि एक आम नागरिक के जीवन से खेल है।