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'देना चाहता था जीवनभर का दर्द, इसलिए बच्चों को मारा', जिसे मासूम कहते थे दादा, उसने फंदे से लटकाकर ली जान, हुई गिरफ्तारी

Jodhpur Double Murder Case: जोधपुर में दो मासूम भाई-बहन को फंदे से लटकाने वाले आरोपी को पुलिस ने मामले के 24 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। जोधपुर पुलिस ने बताया कि आरोपी श्याम सिंह भाटी पार्टनरशिप तोड़ने से नाराज था। 

'देना चाहता था जीवनभर का दर्द, इसलिए बच्चों को मारा', जिसे मासूम कहते थे दादा, उसने फंदे से लटकाकर ली जान, हुई गिरफ्तारी

Jodhpur Double Murder Case: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजस्थान के जोधपुर में दो मासूम भाई-बहन की हत्या के मामले ने सभी को हैरान कर दिया था। बच्चों की हत्या उन्हें फंदे से लटका दिया कर की गई थी और साथ ही नोट भी छोड़ गया था। जिसमें बच्चों से पिता की रंजिश का जिक्र था। अब पुलिस ने इस निर्मम हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की गिरफ्तार कर लिया है।

24 घंटे के अंदर पुलिस ने किया गिरफ्तार

जोधपुर में दो मासूम भाई-बहन को फंदे से लटकाने वाले आरोपी को पुलिस ने मामले के 24 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। जोधपुर पुलिस ने बताया कि आरोपी श्याम सिंह भाटी पार्टनरशिप तोड़ने से नाराज था। वो प्रदीप देवासी और उसकी पत्नी से बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने प्रदीप देवासी के दोनों मासूम बच्चों तमन्ना उर्फ तन्नु (12) और बेटे शिवपाल (8) को फंदे लटकाकर मार डाला था। हैरानी की बात तो ये है कि बच्चे आरोपी को दादा कहते थे, लेकिन आरोपी को बच्चों पर दया नहीं आई।

पिता से लेना था बदला, इसलिए बच्चों को मार डाला!

पुलिस को हत्या के पास से एक नोट भी मिला था, जिसमें लिखा था कि पार्टनरशिप तोड़ने से नाराज था और प्रदीप देवासी से बदला लेना चाहता था। आरोपी ने लिखा था कि बच्चे तो मासूम होते हैं, बच्चों की कोई गलती नहीं है। मैं तो सिर्फ प्रदीप देवासी और उसकी पत्नी से बदला लेना चाहता था। अगर में प्रदीप देवासी और उसकी पत्नी को मार देना तो उन्हें सजा कैसे मिलती। दोनों बच्चे भी अनाथ हो जाते। इसलिए मैंने दोनों बच्चों को ही मार डाला ताकि प्रदीप देवासी और उसकी पत्नी को जीवनभर इसका दर्द झेलना पड़े।

साझेदारी तोड़ने से था नाराज

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोधपुर के बोरानाडा स्थित मकान के एक कमरे में रविवार को दोनों मासूम भाई-बहन के शव स्कूली ड्रेस में मिले थे। करीब 1 महीने पहले बच्चों के पिता प्रदीप और आरोपी श्याम सिंह भाटी ने साझेदारी में काम करना बंद कर दिया। साथ ही श्याम सिंह की फैक्ट्री की बजाय पत्नी व दोनों बच्चों के साथ फैक्ट्री में ही रहने लगा। 

20 साल से पहचान छुपा कर रह रहा था आरोपी

मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि आरोपी पिछले 20 साल से नाम बदलकर रह रहा था। उसका असली नाम मुकुंद थानवी है, जबकि वो 20 साल से श्याम सिंह भाटी पुत्र किशोर सिंह भाटी बनकर बोरानाडा में रह रहा था। उसने यहां फर्जी आधार, पैन कार्ड और बैंक खाता भी खुलवाया।