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Share Market की चमचमाती दुनिया का पर्दाफाश, ठगी के खेल में फंसी करोड़ों की कमाई, अगर आप भी है शौकीन तो हो जाएं सावधान !

Share Market Trading Fraud: जो लोगों की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते हैं। कुछ ऐसा ही मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से सामने आया है, जहां एक गिरोह ने इंवेस्ट के नाम पर 10 हजार करोड़ रुपए की ठगी कर डाली।

Share Market की चमचमाती दुनिया का पर्दाफाश, ठगी के खेल में फंसी करोड़ों की कमाई, अगर आप भी है शौकीन तो हो जाएं सावधान !

Share Market Trading Fraud: शेयर मार्केट में इंवेस्ट करना एक सपना है, जहां लोग अपनी मेहनत की कमाई को बढ़ा-चढ़ा कर देखना चाहते हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि यहां उन्हें इंवेस्ट का सही तरीका मिल जाए तो वे कुछ ही समय में करोड़पति बन सकते हैं। लेकिन इस चमचमाती दुनिया के पीछे कुछ खतरनाक चेहरे भी छिपे हुए हैं, जो लोगों की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते हैं। कुछ ऐसा ही मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से सामने आया है, जहां एक गिरोह ने इंवेस्ट के नाम पर 10 हजार करोड़ रुपए की ठगी कर डाली।

कहां से शुरू हुई इस ठगी की कहानी?

इस गिरोह ने शेयर मार्केट में इंवेस्ट के नाम पर एक ऑनलाइन एप शुरू किया था, जिसका नाम था "कैप मोर FX"। शुरुआत में ये एप छोटे इंवेस्टकों को आकर्षित करता था। जैसे ही ग्राहक एप पर इंवेस्ट करते थे, पहले कुछ समय तक उन्हें रिटर्न मिलता था। ₹1000 के इंवेस्ट पर ₹1500 का रिटर्न मिलते ही ग्राहकों का विश्वास इन एप्स पर बढ़ने लगा। फिर यही लोग अपनी मेहनत की कमाई को और अधिक बढ़ाने के लिए बड़ी रकम इंवेस्ट करने लगे। लेकिन जब उन्होंने बड़ी राशि इंवेस्ट की, तो इन शातिर ठगों ने उन्हें अपना पैसा वापस नहीं दिया। इस तरह का झांसा देकर इस गिरोह ने हजारों लोगों को अपने जाल में फंसा लिया।

कैसे इस गिरोह ने अपनी ऐशो आराम की जिंदगी बनाई?

गिरोह के सदस्य कुछ साल पहले तक तंगहाली में जी रहे थे। उनके पास जमीन नहीं थी, खुद का घर नहीं था, और उनका कोई बड़ा व्यवसाय भी नहीं था। लेकिन ठगी के इस खेल में उन्हें एक नया रास्ता मिल गया, और उन्होंने 2017 से इस खेल को अंजाम देना शुरू किया। श्रीगंगानगर में रहने वाले दीपक आर्य और उनके परिवार के सदस्य अब आलीशान मकानों में रहते हैं, लग्जरी कारों में सफर करते हैं और ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें यकीन नहीं हुआ था कि एक छोटे से इंवेस्ट की टिप्स देकर वे अरबों की रकम कमा सकते हैं।

कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तक, ठगी की रेंज

गिरोह ने न केवल राजस्थान में बल्कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के लोगों से भी ठगी की। इन राज्यों के लोग इस कंपनी से जुड़कर अपनी कमाई को डबल करने की उम्मीद में लाखों रुपए गंवा बैठे। कर्नाटका के एक व्यक्ति ने 4.30 करोड़ रुपए की ठगी की शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस की जांच शुरू हुई और इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने अब तक आरोपियों से करोड़ों रुपए की ठगी की जांच की है और कई संपत्तियां, लग्जरी कारें, और नगद बरामद किए हैं।

गिरोह के मुख्य आरोपी अब भी फरार

ठगी के इस पूरे खेल के मास्टरमाइंड अब भी फरार हैं। आरोपियों के कुछ सदस्य दुबई भाग गए हैं और पुलिस अब उन्हें भारत लाने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने इस गिरोह के 75 बैंक खातों का खुलासा किया है, जिनमें करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ था। इसके अलावा, आरोपी शातिर तरीके से इस खेल को चलाने के लिए सेमिनार आयोजित करते थे, ताकि और लोगों को इस ठगी के जाल में फंसा सकें।

क्या शेयर मार्केट में इंवेस्ट करना अब सुरक्षित ?

शेयर मार्केट एक बड़ी और जोखिम भरी दुनिया है, लेकिन जब तक इसमें ठगों का जाल फैला हो, तब तक क्या इस पर विश्वास करना सुरक्षित होगा? लोग जहां अपनी मेहनत की कमाई को बढ़ाने के लिए इंवेस्ट करते हैं, वहीं कुछ लोग उनकी मेहनत को ठग कर अपनी ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं। ये ठगी केवल पैसे की नहीं, बल्कि विश्वास की भी है।

इस पूरे मामले ने ये सवाल खड़ा किया है कि जब इंवेस्टकों के पैसे को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी सरकार और इंवेस्ट सलाहकारों की होती है, तो आखिर क्यों इस तरह के ठग खुलेआम लोगों को ठगने में सफल हो रहे हैं। क्या इस पर रोक लगाई जा सकती है? क्या सरकार को इंवेस्टकों के लिए अधिक सुरक्षा कदम उठाने चाहिए?