BGT 2024-25: विराट कोहली एक ही पैटर्न में हुए 7 बार OUT! सचिन से सीखने की मिली सलाह, विस्तार से जानिए पूरी डीटेल
Virat Kohli: विराट कोहली ने सिडनी टेस्ट में 69 गेंदों का सामना करते हुए महज 17 रन बनाए। 69 गेंदों में विराट ने ना ही कोई चौका लगाया और ना ही कोई छक्का उनके बल्ले से निकला। यह पारी उनके टेस्ट करियर की बिना किसी बाउंड्री के सबसे लंबी पारी साबित हो गई।

IND vs AUS: Virat Kohli all dismissals in BGT 2024-25: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी मैच का पहला दिन खत्म हो चुका है। कप्तान रोहित शर्मा के आउट ऑफ फॉर्म को देखने हुए उन्हें ड्रॉप किया गया। टॉस के समय जसप्रीत बुमराह ने इशारों में बताया कि ये फैसला कप्तान को खुद ही था, ताकि टीम को बैलेंस मिले। लेकिन टीम इंडिया 185 रनों पर ही ढ़ेर हो गई। किसी भी खिलाड़ी के बल्ले से हॉफ सेंचुरी भी नहीं आई। सबसे ज्यादा रन ऋषभ पंत ( 40) ने बनाए। वहीं, विराट कोहली 69 गेंदें खेलने के बाद 17 रनों पर आउट हो गए। गेंदों की गिनती देखने पर साफ पता चलता है कि किंग कोहली ने क्रीज पर टिकने की कोशिश की, लेकिन एक बार फिर से वो सेम पैटर्न में आउट हुए हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में विराट कोहली 7 बार ऑफ स्टंप गेंद पर आउट हुए हैं। इस आर्टिकल में हम विराट के सेम पैटर्न में आउट होने के तरीके को समझेंगे, लेकिन यहां पर एक सवाल उठना लाजमी है कि भले ही कोहली जैसे कद के प्लेयर्स को अपनी गलती खुद ही तलाशनी होती है, लेकिन सेम पैटर्न से आउट होने के बाद कोचिंग स्टाफ की तरफ से रणनीति पर कितना काम किया गया??
सिडनी में विराट का शर्मनाक रिकॉर्ड
विराट कोहली ने सिडनी टेस्ट में 69 गेंदों का सामना करते हुए महज 17 रन बनाए। 69 गेंदों में विराट ने ना ही कोई चौका लगाया और ना ही कोई छक्का उनके बल्ले से निकला। यह पारी उनके टेस्ट करियर की बिना किसी बाउंड्री के सबसे लंबी पारी साबित हो गई। इससे पहले विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2021 में 48 गेंदें खेलते हुए कोई बाउंड्री नहीं लगाई थी। तब विराट ने महज 11 रन बनाए थे। मौजूदा सीरीज में विराट पांच मैचों की 9 पारियों में महज 184 रन बनाए पाए हैं, एक शतक के अलावा उनके बल्ले से कोई हाफ सेंचुरी भी नहीं निकली।
निराश हुए इरफान पठान
विराट कोहली के ऑफ स्टंप की गेंद पर आउट होने के बाद कमेंट्री कर रहे इरफान पठान काफी निराश हुए। उन्होंने कहा कि इस सीरीज में जिस तरह आउट हुए हैं, उससे देखकर एक चीज तो स्पष्ट है कि उनको कम से कम अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर से सीख लेनी चाहिए। जिन्होंने 2003-04 दौरे पर सिउनी टेस्ट में एक पारी बिना कवर ड्राइव के खेली थी। सचिन भी उससे पहले कई बार ठीक वैसे ही ऑफ स्टम्प की गेंद का पीछा करने के चक्कर में आउट हो रहे थे। कोहली तेंदुलकर की सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बिना कवर ड्राइव के खेली गई 241 रनों की ऐतिहासिक पारी से नसीहत ले सकते हैं। तब तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्रेडमार्क कवर ड्राइव से बचते हुए नॉट आउट 241 रन बनाए, जो उनका टेस्ट में हाइएस्ट स्कोर भी है।
7 बार एक ही पैटर्न में फंसे विराट
1: पर्थ टेस्ट में विराट कोहली जोश हेजलवुड की गेंद पर फर्स्ट स्लिप पर खड़े उस्मान ख्वाजा के हाथों आउट हुए। तब यही सवाल शुरू हुआ था कि वह इस गेंद को छोड़ सकते थे, लेकिन इस टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए।
2: एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में कोहली एक बार फिर ऑफ स्टम्प की गेंद पर कंफ्यूज दिखे, स्टार्क की गेंद पर दूसरी स्लिप पर मार्नस लॉबुशेन को 7 रनों पर कैच दे बैठे।
3: एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में स्कॉट बोलैंड की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों निपट गए।
4: ब्रिस्बेन टेस्ट में कोहली की ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद के साथ छेड़खानी की दिक्कत बनी रही, यहां भी वो एलेक्स कैरी के हाथों कैच आउट हो गए। एक बार फिर फिर जोश हेजलवुड का शिकार बने।
5: मेलबर्न टेस्ट में भारत की पहली पारी के दौरान कोहली 36 रन बनाकर स्कॉट बोलैंड की गेंद पर एलेक्स कैरी के हाथों पुराने पैटर्न पर आउट हुए।
6: मेलबर्न टेस्ट में की दूसरी पारी में कोहली ने फिर से स्टार्क की बाहर जाती हुई गेंद का पीछा किया और पहली स्लिप पर खड़े उस्मान ख्वाजा को कैच थमा बैठे।
7: सिडनी टेस्ट में डेब्यू कर रहे ब्यू बेवस्टर के हाथों थर्ड स्लिप पर कोहली आउट हुए।