'खेल के इतिहास में पहली बार', Rohit Sharma को ड्रॉप करने पर मचा बवाल, सिद्धू ने उठाए सवाल
सिडनी टेस्ट से रोहित शर्मा को बाहर किए जाने पर विवाद। जसप्रीत बुमराह को कप्तानी, क्या होगा रोहित का भविष्य? सुनील गावस्कर और नवजोत सिंह सिद्धू की प्रतिक्रियाएं। पढ़ें पूरी खबर।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जब से शुरू हुई है तबसे सुर्खियों में है। पहले आस्ट्रेलिया और विराट कोहली की चर्चा रही अब रोहित शर्मा का नाम हर किसी की जुबान पर है। फैंस का विश्वास नहीं हो पा रहा है, जो कप्तान भारत के लिए हमेशा खड़ा कर रहा है, उसे ही 3 जनवरी से शुरू टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं बनाया गया। जी हां सिडनी टेस्ट मैच के लिए रोहित शर्मा को ड्रॉप कर दिया गया। कप्तानी जसप्रीत बुमराह के हाथों में है। कई पूर्व खिलाड़ी इस फैसले को बिल्कुल सही बता रहे हैं तो कई क्रिकेट फैंस इस फैसले पर सवाल खड़ा रहे हैं।
In my 10 year journey as a fan -
I've never seen him so quiet.
I've never seen him so sad.
I've never seen him so detached.
I've never seen him with so little expression.
Rohit Sharma - A man who gave everything for others, got nothing in return but betrayal and pain. ?
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
गौरतलब है, रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया दौरे में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्होंने तीन टेस्ट में केवल 31 रन बनाएं है। सिडनी टेस्ट मैच में न खिलाएं जाने के बाद अब हर कोई उनके रिटायर होने की चर्चा भी कर रहा है। इस बारे में सुनील गावस्कर ने कहा, रोहित शर्मा को ड्रॉप करने के अलग मायने हैं। यदि भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपिनयशिप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाता तो मेलबर्न में होने वाला टेस्ट रोहित के करियर का आखिरी टेस्ट मैच होगा। इसे इतर फैंस रोहित के सपोर्ट में खड़े नजर आ रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू जी ने रोहित शर्मा के बाहर बैठने पर टीम मैनेजमेंट को खरी खोटी सुना दी,
रोहित शर्मा को इस टेस्ट मैच के लिए बाहर बैठा दिया गया तो नवजोत सिंह सिद्धू ने वीडियो जारी कर कहा कि
यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी कप्तान को बाहर बिठाया गया है,…
नवजोत सिंह सिद्धू ने मैनेजमेंट पर उठाएं सवाल
वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू ने टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर नराजगी जताई है। उन्होंने वीडियो जारी करते हुए कहा, यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी कप्तान को बाहर बिठाया गया है। अगर आप इतने नाखुश हैं तो कप्तान बनाइए मत। अगर बनाओ तो बाहर मत बैठाओ। ये बहुत गलत फैसला है।